alpha centauri constellation in Hindi | अल्फा सेंचुरी के कुछ जानकारी | प्रॉक्सिमा सेंटॉरी हिंदी में अर्थ

alpha centauri constellation in Hindi | अल्फा सेंचुरी के कुछ जानकारी | प्रॉक्सिमा सेंटॉरी हिंदी में अर्थ


alpha centauri constellation in Hindi | अल्फा सेंचुरी के कुछ जानकारी | प्रॉक्सिमा सेंटॉरी हिंदी में अर्थ
alpha centauri constellation in Hindi 

हम सभी यह जानते है की आकाश में अनेको तारे है, कुछ छोटे तो कुछ बड़े, कुछ पास तो कुछ इतने दूर है, की आज के आधुनिक टेलिस्कोप भी नहीं देख सकते। तो उनके करीब जाने की तो दूर की बात है। आज हमारा आधुनिक विज्ञान इतना तरक्की  कर चूका है। किन्तु इस ब्रम्हांड के अनेको रहस्यों को जानना अभी बाकि है। इस ब्रह्माण्ड में इतने बड़े बड़े तारे है की सूर्य भी इन के आगे एक बिंदु के समान प्रतीत होता है। आज हम ऐसे तारे के बारे में जानेंगे जो हमसे सबसे करीब का तारा है। इस तारे का नाम अल्फा सिंटौरी  है। तो आइये जानते है इसके कुछ रोचक तथ्यों के बारे में 

1). अल्फा सेन्टौरी को धरती से देखने पर यह एक तारे के रूप में दिखाई पड़ता है, किन्तु यह एक तारा नहीं बल्कि यह ३ तारो का एक स्टार सिस्टम है, जो दूरी के कारण एक तारा दिखाई पड़ता है। 

2). यह हमारे सोलर सिस्टम का सबसे नजदीकी का स्टार सिस्टम है, यह हमसे करीब  4.3 प्रकाश वर्ष दूर है। (40 लाख करोड़ किलोमीटर दूर )

3). यह पृथिवी से दिखने वाले सबसे तेज चमकले तारो में 4 थे नंबर पर है। 

4). इसका निरपेक्ष क्रांतिमान 5.71 है। 

अल्फा सेंटॉरी स्टार सिस्टम की तीन तारो के नाम क्रमश- अल्फा सेन्टौरी ए , अल्फा सेन्टौरी बी ,तथा प्रोक्सिमा सेन्टौरी है। हिंदी में अल्फा को मित्र तारा भी कहते है और इसके तारो को मित्र ए , मित्र बी , मित्र स। 

a). अल्फा सेन्टौरी A

1). अल्फा सेन्टौरी A स्टार सिस्टम का यह सबसे बड़ा तारा है। इस तारे का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान से केवल 10% अधिक है। जबकि इसका व्यास  हमारे सूर्य से 1.23 जयादा है।

2). यह तारा हमारे सूर्य की तरह पीला सफेद है, इसकी आयु लगभग 4.58 अरब साल है ,जो सूर्य से 25 करोड़ वर्ष अधिक है। 

3). इस तारे की चमक हमारे सूर्य से 1.52 गुना ज्यादा है। 

4). अल्फा सेन्टौरी A अपनी धुरी पर एक चक्कर 22 दिनों में पूरा करता है। 

5). अल्फा सेन्टौरी A और B को छोटी दूरबीन से देखने पर एक ही तारे की तरह दिखते है।  

6). यह तारा नरतुरंग तारामंडल में स्थित है। 

b). अल्फा सेन्टौरी B -

1). यह अल्फा सेन्टौरी A के बाद दूसरा तारा है जो हमारे सूर्य से थोड़ा छोटा है। 

2).  इसका द्रव्यमान हमारे सूर्य के द्रव्यमान का  0.91% तथा इसका व्यास 0.87 गुना है, और चमक में लगभग आधा है।

3). ये तारा अपनी धुरी पर एक चक्कर 41 दिन में पूरा करता है। 

4). अल्फा सेन्टौरी के सभी तीनो तारो की आयु लगभग 485 करोड़ वर्ष है जो हमारे सूर्य की आयु से लगभग 25 करोड़ साल ज्यादा है, है ना कमाल की बात !😲😲

5). अल्फा सेन्टौरी B का रंग नारंगी पीला है। 

6). इस तारे का सापेक्ष कांतिमान +1.33 है। 

वैज्ञानिकों का अनुसार इस तारे के चारो तरफ एक गैर सौरिय  ग्रह परिक्रमा कर रहा है , उन्होंने इसका नाम अल्फा सेन्टौरी बी-बी रखा है। इस ग्रह का आकार पृथिवी के बराबर है, (द्रव्यमान और व्यास समान  है। )  यह अपने सूर्य से केवल 60 लाख किलोमीटर की दुरी पर है। अधिक नजदीकी के कारण इसका तापमान बहुत ही ऊंचा है। वैज्ञानिकों के अनुसार इसके सतह का तापमान लगभग 1200 degree सेल्सियस से भी ऊंचा है, यानि इस पर पत्थर भी लावा की तरह होंगे। 

अधिक नजदीकी के कारण ही यह अपने तारे का चक्कर केवल 32 दिनों में पूरा कर लेता है। 

c). प्रॉक्सिमा सेंटॉरी - प्रॉक्सिमा सेंटॉरी हिंदी में अर्थ

1). यह अल्फा सेन्टौरी स्टार सिस्टम का तीसरा तारा है, तथा यह नरतुरंग तारामंडल में स्थित एक लाल बौना तारा है। इसे अल्फा सेन्टौरी C के नाम से भी जाना जाता है। 

2). यह हमारे सूर्य का सबसे नजदीकी का तारा है। जिसकी दुरी हमारे सूर्य से केवल 4.25 प्रकाश वर्ष है। 

3). बाकि दोनों तारो की हमारे सूर्य से दुरी 4.37  प्रकाश वर्ष है। 

4). प्रोक्सिमा सेन्टौरी एक लाल बौना तारा है, हमारा सूर्य भी एक दिन ऐसा ही लाल बौना तारा बन जायेगा। प्रोक्सिमा सेन्टौरी को केवल दूरबीन से ही देखा जा सकता है। इसकी खोज 1915 में हुई थी। 

5). अल्फा सेन्टौरी स्टार सिस्टम का ये सबसे छोटा तारा है, छोटा होने के कारण इसको नंगी आँखों से नहीं देखा जा सकता है। 

6). इस तारे का व्यास, सूर्य के व्यास का केवल 0.14 गुना ही है। इसका व्यास लगभग 2 लाख km है(हमारे सूर्य का व्यास 13 लाख 91 हजार km है। ) 

7). इसके द्रव्यमान की बात की जाये, तो इसका द्रव्यमान सूर्य  के द्रव्यमान का लगभग 7 वां हिसा ही है। आप सभी को जान कर हैरानी होगी की छोटा होने के बावजूद प्रोक्सिमा सेन्टौरी का घनत्व हमारे सूर्य से 40 गुना ज्यादा है। 

24 अगस्त 2016 को वैज्ञानिकों ने प्रोक्सिमा सेन्टौरी का चक्कर लगते हुए एक ग्रह की खोज की। वैज्ञानिक अब उस ग्रह पुर जीवन की संभावनाएं तलाश करने में जुटे है। इसका एक तथ्य ये भी है की यह ग्रह पृथ्वी के समान है और अपने तारे से सही दुरी पर है जिस दुरी पर पानी के द्रव्य रूप में रहता है, वैज्ञानिकों ने इसका नाम प्रोक्सिमा बी रखा है।  

ऐसी और भी रोचक जानकारिओं के नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक करें👇


तो दोस्तों कैसी लगी यह जानकारी हमे कमेंट बॉक्स में लिखे, और आगे ऐसी और भी नए और अद्भुत जानकारियों को जानने के लिए हमे फॉलो करें।  धन्यवाद !


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ